Ajmer me bhachha choor ki sosal mediya par afvaah fayalne or jhuthe videos post Karne walo par bhi karywahi ho .


अजमेर में बच्चा चोर की सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने और झूठे वीडियो पोस्ट करने वालों पर भी कार्यवाही हो। पुलिस के अधिकृत सूत्रों को सही माने।
===================
अजमेर पुलिस का पूरे दम के साथ कहना है कि 29 अगस्त को अजमेर में फॉयसागर रोड पर बच्चा चोरी होने की कोई घटना नहीं हुई। लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से 29 अगस्त को दोपहर बाद पूरे प्रदेश में अजमेर में बच्चा चोरी होने की खबर फैल गई। कुछ लोगों ने न केवल खबर चलाई, बल्कि विभिन्न वाट्सग्रुप में बच्चा चोर महिला का वीडियो भी पोस्ट कर दिया। यह वीडियो मध्यप्रदेश के किसी स्थान का है, लेकिन अजमेर के लोगों ने इसे फॉयसागर रोड की तथा कथित घटना से जोड़ लिया। यही वजह रही कि जिन अभिभावकों के बच्चे स्कूल गए थे, उनमें दहशत हो गई। अभिभावक सारा कामकाज छोड़कर अपने बच्चों को संभालने में लग गए। फॉयसागर रोड पुलिस चौकी के बाहर सैकड़ों लोग जमा हो गए। यदि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर ऐसी झूठी खबरें पोस्ट नहीं होती तो शहरभर में दहशत का माहौल नहीं होता। पुलिस पड़ताल में पता चला कि फॉयसागर रोड स्थित मस्कट स्कूल के बच्चों को केन्द्रीय विद्यालय की एक शिक्षिका ने डांटा था। असल में शिक्षिका की कार पर किन्हीं बच्चों ने स्क्रेच कर दिए थे, इसी को लेकर शिक्षिका मस्कट स्कूल के बच्चों के समक्ष नाराजगी व्यक्त कर रही थी, लेकिन बच्चों को शिक्षिका की नाराजगी नागवार लगी और देखते ही देखते बच्चा चोरी की अफवाह फैल गई। बच्चों का कहना रहा कि संबंधित महिला हमारी फोटो ले रही थी। सोशल मीडिया पर सक्रिय कुछ लोगों ने खबर ही पोस्ट कर दी। लोगों ने भी ऐसी खबर की जांच पड़ताल किए बगैर खबर को अन्य वाट्सग्रुप में पोस्ट कर दिया। थोड़ी ही देर में यह खबर अजमेर जिले की सीमा लांघ का प्रदेशभर में फैल गई। असल में लोगों को अब स्वयं सतर्कता बरतनी होगी। जब तक किसी खबर की पुष्टि न हो तब तक उसे आगे फरवार्ड नहीं करना चाहिए। हमें पुलिस के अधीकृत सूत्रों पर ही भरोसा करना चाहिए। जिला पुलिस ने कंट्रोल रूम बना रखा है, जिसका लैंड लाइन नम्बर 0145-2629166 हैं। पुलिस का यह फोन चौबीस घंटे चालू रहता है। यह किसी भी मोबाइल नेटवर्क से लग सकता है। यह बात संतोषजनक है कि पुलिस कंट्रोल कक्ष में बैठे पुलिस कर्मी संतोषजनक जवाब देते हैं।  इसे जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह की ही सफल कार्यप्रणाली ही माना जाएगा कि कंट्रोल रूम में सम्पर्क करने पर जिले भर के पुलिस अधिकारियों एवं प्रमुख पुलिस कर्मियों के मोबाइल नम्बर उपलब्ध करवाए जाते हैं। यानि जरूरतमंद व्यक्ति पुलिस कंट्रोल रूम से थानाधिकारी ही नहीं बल्कि जिला पुलिस अधीक्षक के नम्बर प्राप्त कर संवाद कर सकता है। जब पुलिस अधीक्षक स्वयं मोबाइल अटेंड करते हैं तो थानाधिकारी भी तत्पर रहते हैं। अच्छा होता 29 अगस्त को बच्चा चोरी की खबर चलाने वाले पहले किसी पुलिस अधिकारी से पुष्टि कर लेते। अब चूंकि राज्य सरकार ने मॉब लिंचिंग पर सख्त कानून बना दिया है, इसलिए किसी अपराधी को पीटने से पहले लोगों को भी जागरुक रहना पड़ेगा। एक अधिक व्यक्तियों द्वारा किसी अपराधी को पीटना मॉब लिंचिंग माना जाएगा। 


Popular posts
*थाना सफदरगंज क्षेत्रान्तर्गत पुलिस मुठभेड़ में वांछित बदमाश घायल की गिरफ्तारी के सम्बन्ध में-*
Image
*गबन के 29 लाख रूपये वसूलने के लिए तीन प्रधान और सचिव को डीएम ने जारी किया नोटिस*
Image
थाना पन्नूगंज पुलिस द्वारा मु0अ0सं0-73/2024 धारा 304, 323, 504 भादवि से सम्बन्धित प्रकरण में एक नफर अभियुक्ता को गिरफ्तार कर मा0 न्याया0 भेजा गया-
Image
श्रावण मास एवं कांवड़ यात्रा के दृष्टिगत बाढ़ आपदा एवं आपात स्थिति में त्वरित बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु कन्नौज पुलिस एवं एनडीआरएफ टीम द्वारा गंगा तट मेंहदीघाट पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।ं
Image
कलयुगी पुत्र ही निकला पिता का कातिल*
Image