अज़मेर की नौसर घाटी में जायरीन की बसें खड़े होने से वहां के क्षेत्रीय नागरिकों को परेशानी।


अजमेर की नौसर घाटी में जायरीन की बसें खड़ी होने से क्षेत्रीय नागिरकों को परेशानी।
अजमेर के पुष्कर रोड स्थित नौसर घाटी की मुख्य सड़क पर दरगाह जियारत के लिए आने वाले जायरीन की बसें अवैध तौर पर खड़े होने से क्षेत्र नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि जायरीन की सुविधा के लिए कायड़ विश्राम स्थली पर बसों की पार्किंग और आवास की व्यवस्था है, लेकिन बसों के चालक अपने स्वार्थों की खातिर बसों को नौसर घाटी की मुख्य सड़क पर खड़ा कर देते हैं। चूंकि यहां कोई सुलभ कॉम्प्लेक्स भी नहीं है, इसलिए जायरीन खुले में ही शौच आदि करते हैं। नौसर घाटी के निकट ही अजमेर विकास प्राधिकरण की हरिभाऊ उपाध्याय नगर विस्तार आवासीय कॉलोनी है। जिसमें हजारों परिवार रहते हैं। अब बसें मुख्य सड़क पर खड़ी होती है, तो कॉलोनी के लोगों को अपने वाहन चलाने और इधर-उधर घूमने में परेशानी होती है। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से दाहरसेन स्मारक के परिसर में पुलिस चौकी स्थापित की गई है, लेकिन ये चौकी अक्सर बंद रहती है। क्रिश्चयनगंज थने के तैनात पुलिस कर्मियों को सड़क पर खड़ी बसें नजर नहीं आती है। पुलिस कर्मियों को बड़ी बड़े बसें नजर क्यों नहीं आती यह कॉलोनी वाले भी अच्छी तरह समझते हैं। जब कॉलोनी के लोग क्रिश्चियनगंज थाने में शिकायत करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं होती। यही रवैया अजमेर विकास प्राधिकरण का भी है। प्राधिकरण इस आवासीय कॉलोनी में रिक्त पड़े भूखंडों को बेच कर करोड़ों रुपया तो कमाता है, लेकिन कॉलोनी के लोगों की सुविधाओं का कोई ख्याल नहीं रखा जाता। बाहर से आने वाले बसों की वजह से क्षेत्र में कानून व्यवस्था की समस्या भी खड़ी हो गई है। यहां यह उल्लेखनीय है कि इसी मार्ग से पुष्कर की ओर जाने वाला ट्रेफिक भी गुजरता है।