इंजीनियरों ने बानाई मात्र १० मिनट में चार्ज होने वाली, इलेक्ट्रिक कार की बैटरी।
आने वाला समय इलेक्ट्रिक कारों का, इंजीनियरों ने बनाई मात्र १० मिनट में चार्ज होने वाली बैट्री

आने वाला समय इलेक्ट्रिक कारों का है। ऐसे में इंजीनियर अब ऐसी बैट्री बनाने में लगे हैं जो जल्द से जल्द रिचार्ज हो सके। ...

नई दिल्ली (कलाम द ग्रेट स्पेशल)। यदि आप इलेक्ट्रिक कार खरीदने की योजना बना रहे हैं और आपके मन में इसको चार्ज करने को लेकर किसी तरह का भ्रम है तो अब उसे भूल जाइए। इंजीनियरों की टीम अब ऐसी इलेक्ट्रिक कारों की चार्जिंग के लिए ऐसी व्यवस्था कर रही है कि जब आप ऐसे चार्जिंग पॉइंट पर पहुंचेंगे और अपनी कार को चार्जिंग पॉइंट में लगाएंगे, उसके बाद आपकी कार को चार्ज होने में मात्र इतना समय लगेगा जितना आपको एक कप चाय पीने और टॉयलेट का इस्तेमाल करने में लगेगा। इस दौरान आपकी इलेक्ट्रिक कार इतना चार्ज हो जाएगी कि आप आराम से लगभग २०० मील तक जा पाएंगे।

इंजीनियर कर रहे बैट्री विकसित

इंजीनियरों की एक टीम अब एक ऐसी बैट्री विकसित कर रही है जो मात्र १० मिनट में ही रिचार्ज हो जाएगी। इतना रिचार्ज होने के बाद कार लगभग २०० मील तक जा पाएगी। इंजीनियरों का अब ये मानना है कि वो जितनी तेज चार्ज करने वाली बैट्री विकसित कर लेंगे उसी हिसाब से इस तरह की कारों की मांग बढ़ेगी। अमेरिका में पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक कारों की संख्या में इजाफा होगा इसको देखते हुए ही इस तरह की रिसर्च की जा रही है जिससे इलेक्ट्रिक कार चलाने वालों को ये चिंता न सताए कि उनके कार की बैट्री डिस्चार्ज होने वाली है और वो इसको ध्यान में रखकर आगे की यात्रा ही ना करें।


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उच्च तापमान पर चार्ज करने से लिथियम प्लेटिंग से बचा जाएगा

इंजीनियरों का कहना है कि यूनिट को चार्ज करने और उपयोग के लिए तैयार ऊर्जा को रखने के लिए एक इलेक्ट्रोड से दूसरे इलेक्ट्रोड में आयनों के रूप में जाना जाने वाला लिथियम कणों का प्रवाह कम तापमान पर तेजी से चार्ज होने के साथ आसानी से नहीं होता है। एनोड इलेक्ट्रोड में आयनों को आसानी से जमा होने के बजाय, वे सतह पर स्पाइक्स में समाप्त हो जाते हैं, जिसे लिथियम चढ़ाना के रूप में जाना जाता है। बैटरी की क्षमता को कम करता है और संभवतः इसे असुरक्षित बनाता है।