एक जमा करता रहा पैसे, दूसरा ये सोच कर निकालता रहा कि मोदी जी ने भेजे है।
भोपाल: राजनैतिक भाषणों को सुनकर उन पर आंख बंद करके विश्वास कर लेना कभी कभी महंगा खुद को ही नहीं कई लोगो को पड़ जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ मध्य प्रदेश के भिंड में जहा एक युवक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी भाषण को कुछ ज्यादा ही गंभीरता से ले लिया और खाते में आते रुपयों को मोदी जी द्वारा भेजी गई रकम समझ कर निकाल कर खर्च करता रहा। जब मामले का खुलासा हुआ तो विषय चर्चा का बन गया। यही नही अब वह खुद परेशानी में है।
बहरहाल, एक खाते के दो मालिको का विवाद अभी भी यथावत बताया जा रहा है। प्रकरण में अभी तक दुसरे हुकुम सिंह जिसके पैसे थे उसे अभी तक पैसे नही मिले है। आरोप है कि बैंक मामले को दबाना चाहता है। अब देखना ये होगा कि इस प्रकरण में बैंक कैसे समाधान करता है क्योकि पैसे निकालने वाले हुकुम सिंह ने पैसे तो खर्च कर दिया है तथा उसके अनुसार उसके पास पैसे नही है।