चंडीगढ़ से सटे मोहाली शहर में एक ऐसी घटना हुई, जिससे पुलिस और प्रशासन से वोगों का विश्वास टूटता सा प्रतीत हुआ। पुलिस अफसर के बेटे ने तीन महिलाओं को चोटिल कर दिया। उसै बतौर आरोपी पुलिस पकड़ने आती, इसके पहले एक महिला आई और दबंगी दर्शाते हुए अपने साथ ले गई। जनता तमाशबीन बनी रह गई। घायल महिलाओं को अस्पताल ले जाने की मानवता दिखाई एक अन्य वाहन चालक ने।
जानकारी के मुताबिक सेक्टर- 78/79 डिवाइडिंग रोड पर वीरवार देर रात पंजाब पुलिस के एक एआईजी के बेटे ने अपनी जगुआर गाड़ी से पहले एक्टिवा सवार युवती को इतना जोर से टक्कर मारी कि वह उछलकर दूर जा गिरी।मौके से भागने के चक्कर में अफसर नन्दन ने अपनी जगुआर की रफ्तार और तेज कर दी लेकिन वह एक थार से जा टकराई। फलस्वरूप थार में सवार सेक्टर-70 निवासी रीतू और उसकी मां परमिंदर कौर गंभीर रूप से जख्मी हो गईं।इसके बाद मौके पर पुलिस होना चाहिए थी लेकिन कुछ देर बाद लोगों के जमावड़े के बीच बलेनो गाड़ी से एक महिला पहुंची और बोली- 'ओए मेरे एकम नू क्या हो गया…' ऐसा बोलते हुए वह जगुआर चालक युवक व उसकी साथी युवती को अपनी बलेनो से लकर चलती बनी। एक्टिवा सवार घायल युवती, थार चालक युवती व उसकी मां की तपफ ध्यान भी न दिया, जबकि खबर है कि, तीनों महिलाऐं गंभीर रूप स् जख्मी होकर तड़प रही थीं।कुछ देर बाद भीड़ में शामिल एक उबर चालक युवक तीनों को उन्हें नजदीक के अस्पताल ले गया। जहां से उन्हें गंभीरता के चलते पीजीआई रेफर किया।इसके बाद पहुंची सोहाना पुलिस ने क्षतिग्रस्त गाड़ियों को कब्जे में ले लिया है। एआईजी के बेटे से जुड़े मामले के चलते पुलिस कुछ बताने को तैयार नहीं है। सूत्रों की माने तो जगुआर में मोहाली निवासी एक एआईजी (पुलिस) का बेटा अपनी प्रेमिका के साथ था, दोनों ही तेज नशे में थे।सोहाना एसएचओ से लेकर इंवेस्टिगेशन अफसर नायब सिंह ने कहा कि मामला अंडर इंवेस्टिगेशन है। वीरवार रात करीब 11 बजे एमजीआरएफ की तरफ से एक तेज रफ्तार काले रंग की जुगआर नंबर- सीएच 01बीबी 4640 आई और सेक्टर- 78/79 के चौराहे पर दूसरी तरफ से आ रही एक एक्टिवा सवार युवती को टक्कर मार दी।जगुआर की स्पीड बहुत ज्यादा थी। टक्कर के बाद एक्टिवा सवार युवती दूसरी तरफ जाकर गिरी और जगुआर के बैलून खुलने के कारण जगुआर बेकाबू हो गई और एक थार को हिट कर दिया।