दिली
के स्कूल बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण 14 और 15 को रहेंगे बंद
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्कूलों को फिर से दो दिनों के लिए बंद किया जा रहा है।स्कूल 14 और 15 नवंबर को बंद रहेंगे...
नई दिल्ली, एएनआइ। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) अध्यक्ष डॉ. भूरेलाल ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव विजय देव को पत्र लिखकर राजधानी के सभी स्कूलों को अगले दो दिन (14 व 15 नवम्बर) बंद रखने को कहा है। राजधानी में प्रदूषण स्तर फिर से बुधवार को आपातकालीन स्तर तक पहुंच गया, जिसके बाद ईपीसीए ने सभी स्कूलों को दो दिनों तक बंद रखने का आदेश मुख्य सचिव को दिया है। देर शाम उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर दो दिन स्कूल बंद रखने की जानकारी दी।
सिसोदिया ने अपने ट्वीट में कहा कि उत्तर भारत में पराली से प्रदूषण के कारण बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी प्राइवेट और निजी स्कूलों को बृहस्पतिवार और शुक्रवार को बंद रखने का फैसला लिया है।
इधर एनसीआर की बात करें तो नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में भी स्कूलों को बंद रखने का प्रशासन ने आदेश दे दिया है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने बताया कि 12वीं तक के स्कूल 14 एवं 15 नवंबर को प्रदूषण के कारण बंद रहेंगे। वहीं गुरुग्राम के उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि अगले दो दिनों के लिए स्कूलों को बंद करवाने के आदेश जल्द स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी कर दिए जाएंगे। इधर गाजियाबाद में भी प्रशासन ने बढ़ते प्रदूषण के कारण 12वीं तक के स्कूलों में दो दिन की अवकाश की घोषणा की है। फरीदाबाद में भी स्कूलों को बंद रखने का निर्णय प्रशासन ने लिया है।
इन पर भी बढ़ा प्रतिबंध
ईपीसीए अध्यक्ष ने मुख्य सचिव को लिखे अपने पत्र में कहा कि दिल्ली-एनसीआर में हॉट-मिक्स प्लांट्स और स्टोन-क्रशर पर लगे प्रतिबंध को भी 15 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया है। राजधानी में जितने उद्योग पीएनजी फ्यूल इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, उन्हें भी बंद रखने का आदेश दिया गया है। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि प्रदूषण के स्थानीय कारकों को रोकने के लिए सभी अन्य उपाय जारी रखें। पंद्रह दिनों के भीतर ईपीसीए ने प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखकर दूसरी बार स्कूल बंद करने का आदेश दिया है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 पार
वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) के मुताबिक, दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 400 के पार है। वहीं विशेषज्ञों के मुताबिक, 3 नवंबर के बाद एक बार फिर राजधानी दिल्ली और एनसीआर की हवा लगातार खराब होती जा रही है। हालात हेल्थ इमरजेंसी जैसे बन गए हैं। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का प्रकोप कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। प्रदूषण का स्तर लगातार खराब और उससे ऊपर ही बना हुआ है।
बुधवार को गुरुग्राम में सुबह 9 बजे पीएम 2.5 का स्तर 448 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था जो 11 बजे बढ़कर 450 दर्ज किया गया। मंगलवार को दिल्ली से सटे हरियाणा का शहर हिसार देश के सबसे प्रदूषण शहरों में शुमार रहा। वहीं नोएडा और गाजियाबाद शहर दूसरे स्थान पर रहे।
इधर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पराली को लेकर पड़ोसी राज्यों पर प्रदूषण फैलाने का जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा इस पराली के कारण की दिल्ली-एनसीआर की हवा खराब हो रही है। प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में भी स्पेशल सुनवाई चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने ऑड इवेन को लेकर सरकार से सवाल जबाब किए हैं। कोर्ट ने ऑड इवेन के दौरान का प्रदूषण का रिकॉर्ड सहित पिछले साल का एक अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर तक के डाटा का पूरा रिकार्ड मांगा है। इधर केजरीवाल ने बुधवार को ऑड-इवेन को बढ़ाने पर कहा कि हालात के मद्देनजर फैसला लिया जाएगा।