हैवान मां ने अपना फिगर बचाने के लिए ६ माह के बेटे को ,गंगा में डूबा कर मार डाला क्योंकि दूध के लिए रोता था।

आपने कई गलत, अपराधी व दुष्ट महिलाओं के बारे में सुना होगा. हिंदुओं में देवी मां की आरती में सुना भी होगा- 'पूत कपूत सुने हैं, माता नहीं सुनी कुमाता'।  माना भी यही जाता है, मानव में ही नहीं, जानवरों में भी कि, मां बेटे के लिए जान भी दे देती है। लेकिन कभी ऐसी किसी मां के बारे में शायद ही सुना होगा जिसने केवल अपना शारीरिक सौंदर्य बचाने के लिए अने दुधमुंहें बेटे को ही मार डाला हो।हृदय को आघात पहुंचाने वाली, ऐसी महिला की खबर मिली है धर्मनगरी हरिद्वार से। जिलान्तर्गत कनखल के सरला सदन (सर्वप्रिय विहार) कालोनी में रहने वाली एक युवा महिला ने अपने छह माह के मासूम अंश को मारकर, अपने कुकृत्य को बच्चा चोरी होने का रूप देने की कोशिश की। लेकिन सीसीटीवी फुटेज ने मामला उजागर कर दिया।महिला ने अपने बेटे की हत्या कर, शव को नदी में बहा दिया और पुलिस को उसके घर से गायब होने की सूचना दी। लेकिन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर देर रात तक चली पूछताछ के बाद आखिरकार उसने अपना गुनाह कबूल कर ही लिया।






जानकारी के मुताबिक बेटा बार बार स्तनपान के लिए रोता था और मां स्तनपान नहीं कराना चाहती थी।सोमवार को इस वारदात का एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने थाना कनखल में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद किया। बकौल एसएसपी हीरो दीपक बलूनी की शादी पांच साल पहले ऋषिकेश के गुमानीवाला की रहने वाली संगीता से हुई थी। दोनों की एक तीन साल की बेटी भी है।एसएसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि, संगीता बलूनी ने रविवार की शाम अपने छह माह के बेटे अंश के घर से गायब होने की सूचना पुलिस को दी थी। उसने जानकारी दी थी कि वह पास की डेयरी पर दूध लेने गई थी, जब वापस लौटी तो उसका बेटा गायब था। घर पर उस वक्त उसकी तीन साल की बेटी ही मौजूद थी।एसओ हरिओमराज चौहान की अगुवाई में पुलिस टीम ने जब क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, उसमें एग महिला एक काले रंग का बैग ले जाते हुए दिखाई दी। संदेह होने पर देर रात संगीता को थाने बुलाकर पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूला लिया। बकौल एसएसपी की मां ही काले रंग के बैग में बेटे को डालकर आनंदमयी पुलिया के पास लेकर पहुंची थी।वहां उसने बेटे की गंगा में डूबाकर हत्या कर दी। उसके बाद शव को गंगा में बहाकर बैग लेकर वापस घर आ गई। एसएसपी की माने तो आरोपी मां ने कबूला कि वह बेटे की परवरिश नहीं कर पा रही थी। बेटा स्तनपान ही करता था और रोता भी बहुत था।



इस बात से वह बेहद परेशान हो चुकी थी। इसी वजह से उसने बेटे की हत्या करने की ठान ली थी। एसएसपी ने बताया कि बेटे की हत्या को उसने बच्चा चोरी का रूप देने की कहानी गढ़ ली थी।  इस दौरान एसओ हरिओमराज चौहान मौजूद रहे।