मान्यवर जी, भाजपा नेता ने कहा कि राम मंदिर के अलावा कुछ नहीं स्वीकार।

राजनीतिक - प्रशासनिक विविध सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में फैसले की तारीख तय कर दी है। सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मामले पर 16 तारीख से पहले अपना फैसला सुना सकता है। मामले की संवेदनशीलता देखते हुए आरएसएस और भाजपा नेता मुस्लिम नेताओं के साथ मिलकर समाज में शांति बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने अयोध्या में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है। लेकिन इस बीच बुधवार को भाजपा नेता विनय कटियार ने विरोधा भाषी बयान दे डाला। कटियार ने कहा कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला देता है, वे उसे तो स्वीकार करेंगे,  लेकिन अयोध्या में राम जन्मभूमि के अलावा और कुछ भी स्वीकार नहीं होगा।      विनय कटियार यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा अब लगभग सुलझ गया लगता है। इसके बाद अब वे काशी और मथुरा में बने मंदिरों के आसपास बने 'अवरोध' को हटाने के लिए आंदोलन चलाएंगे।उन्होंने कहा कि इसके लिए वे जल्दी ही 'धर्म स्थान मुक्ति यज्ञ समिति' की बैठक बुलाएंगे और बैठक में आगे की रणनीति पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।मालूम हो कि,  यह वही समिति है, जिसकी 1984 में हुई एक बैठक में बाद राम मंदिर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया था। इस बैठक में बाला साहब देवरस, स्वामी परमहंस दास, दाउ दयाल खन्ना, महेश नारायण सिंह, अशोक सिंघल और स्वयं विनय कटियार उपस्थित थे।    Conract :: Kalam the great news