नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और भाजपा में चल रही तकरार पर असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसा है। उन्होंने पूछा है कि ये ५०-५० क्या है? क्या ये एक नया बिस्किट है? साथ ही ओवैसी ने कहा कि ये इन लोगों को लोगों की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने ओवैसी के हवाले से लिखा है, 'ये ५०-५० क्या है, कोई नया बिस्किट है क्या? कितना ५०-५० करोगे? कुछ महाराष्ट्र की जनता के लिए भी बचाकर रखिए। वे (भाजपा और शिवसेना) सतारा में हुई बारिश से हुए नुकसान पर कोई चिंता नहीं है। वे सभी ५०-५० की बात कर रहे हैं। यह किस तरह का 'सबका साथ सबका विकास' है?'
वहीं, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए उनकी पार्टी की मांग उचित है और भाजपा से साथ सत्ता साझा करने का आधार जीती गई सीटों की संख्या नहीं, बल्कि चुनाव से पहले हुआ समझौता होना चाहिए। राउत ने एक समाचार चैनल से कहा, 'सरकार का गठन (चुनाव से पहले भाजपा और शिवसेना के बीच) पहले बनी सहमति के आधार पर होना चाहिए। यह इस आधार पर नहीं होना चाहिए कि सबसे बड़ा एकल दल कौन सा है।'राज्यसभा के सदस्य राउत ने कहा, 'शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने किसी शिव सैनिक (शिवसेना के सदस्य) को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया था और अब इसका समय आ गया है। शिवसेना केंद्र एवं राज्य स्तर पर मंत्रालय या अतिरिक्त विधानपरिषद सीट दिए जाने से आगे बढ़ गई है। हम मुख्यमंत्री पद की बात कर रहे हैं।'