वाराणसी के फोर्ड हॉस्पिटल पहुंचे बाबा पायलेट , उन्होंने मारिजो की सेवा करने के लिए प्रेरित किया कहा राष्ट्रप्रेमी होना चाहिए , जैने कौन है पायलेट बाबा ।


कैसे बनाने बाबा पायलेट - पायलेट बाबा गुरुवार को वाराणसी के फोर्ड हॉस्पिटल पहुंचे। वहाँ उन्होंने चिकित्सकों सहित अपने अनुयायियों को मरीजों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति इतनी समृद्ध है कि केवल देश ही नहीं अपितु विदेशी भी हमारी संस्कृति को अपना रहे हैं। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त पायलट बाबा ने कहा कि अकेले काशी हिन्दू विश्वविद्यालय महज शिक्षा की राजधानी नहीं बल्कि पूरी एक सभ्यता है जो विश्व को ज्ञान ही नहीं देती बल्कि संस्कार का पाठ भी पढ़ाती है। बातचीत में उन्होंने बताया कि आर्टिकल ३७० हटना बहुत जरूरी था इससे देश के साथ ही कश्मीरियों का भी विकास होगा। कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो आह निकाल देती हैं। युवाओं को राष्ट्रप्रेमी होना चाहिए। जिस भूमि पर जन्म लिए उसके प्रति सम्मान होना चाहिए। सेना में रहते हुए हमने देश सेवा की वह प्रेम जीवम पर्यन्त रहेगा। आध्यत्म में आने का कारण महज इतना था कि देश की संस्कृति को सीखकर जानकर पूरे विश्व को बता सकें।


कौन हैं पायलट बाबा :- पायलट बाबा ने १९६५ के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भी हिस्सा लिया था। जब वो वायुसेना में थे तो उनका नाम कपिल सिंह हुआ करता था। बाबा बताते हैं कि १९९६ में वह भारत के पूर्वोत्तर में मिग विमान उड़ा रहे थे। अचानक वह विमान पर नियंत्रण खो बैठे तभी उन्हें कॉकपिट में अपने गुरु हरि बाबा के दर्शन हुए। उन्होंने विमान को सुरक्षित उतारने में पायलट बाबा मदद की। तभी से बाबा नेे नई जिंदगी जीने का फ़ैसला कर लिया। बाबा कहते हैं कि नए जीवन से उन्हें शांति मिली है और अब मैं आराम से हूँ। कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं और मैं लोगों की मदद कर सकता हूँ।


सम्पर्क सूत्र :- कलाम द ग्रेट न्यूज़