आखिर किसके इशारे पर चल रहा है कोयला में अवैध मिट्टी खनन रोजाना हजारों रुपए का लग रहा है खनन प्रशासन को राजस्व का चूना। खनन माफिया दिलीप यादव बोला कोतवाली से लेकर जिला प्रशासन और खाकी तक जाता है सुविधा शुल्क मेरे भाई हैं प्रधान। लखनऊ जिले में इन दिनों भले ही मिट्टी खनन के धंधे पर प्रतिबंध लगा हो , लेकिन चिनहट कोतवाली क्षेत्र के कोयला गांव में अवैध मिट्टी खनन का धंधा फल-फूल रहा है प्रोग्राम इस मामले में चिनहट कोतवाली पुलिस से लेकर जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि इस मामले में मिट्टी खनन माफिया दिलीप यादव से वार्ता की गई , तो उसने कोतवाली से लेकर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों तक सुविधा शुल्क देने की बात स्वीकार की पूरे राम वहीं खनन माफिया ने बताया कि मेरा भाई कोयला का ग्राम प्रधान है।
आपको बता दें कि योगी सरकार ने पूरे प्रदेश में बालू के खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दी , लेकिन लखनऊ जिले में यह रोक खनन माफियाओं के आगे कोई मायने नहीं रखती। यही कारण है चिनहट कोतवाली क्षेत्र के गांव कोयला में चाहे योगी की सरकार हो या फिर सपा की सरकार हो दोनों ही सरकारों में अवैध खनन का धंधा पूरी तरह से फल-फूल रहा है खनन माफिया दिलीप यादव धरती का सीना चीर कर अपनी तिजोरी ओ को भर कर राजस्व विभाग को प्रतिदिन हजारों रुपए का चूना लगा रहे हैं। आखिर इस मिट्टी के अवैध खनन के पीछे कौन शामिल है यह बात भी पुलिस से लेकर जिला प्रशासन से भी छिपी नहीं है लेकिन कोयला के ग्राम प्रधान के भाई दिलीप यादव दूसरी गाय साबित हो रहा है जब इस मामले में खनन माफिया दिलीप यादव से दूरभाष पर वार्ता की गई तो उसने बताया कि कोतवाली से लेकर जिला प्रशासन और प्रतिनिधियों को भी सुविधा शुल्क जाता है। मैं अकेला नहीं हूं इस धंधे में मैं तो कमीशन पर काम करता हूं ।