कोरोनावायरस के समय में प्राइवेट क्लीनिक प्राइवेट हॉस्पिटल में रूटीन ओपीडी बंद क्यों?
चलिए जानते हैं इसका कारण क्या है-
१ हाय डॉक्टर के क्लीनिक में लगभग 50 मरीज होते है। उस 50 मरीज के साथ 100 से 150 अटेंडेंट होते हैं। कुल 200 आदमी। उसमें कोई भी कोविड-19 पॉजिटिव केस हो तो संक्रमण सभी 200 लोग में फैल जाएगा।
वे 200 लोग अपने अपने गांव चले जाए तो संक्रमण सभी गांव में फैल जाएगा।
२ अगर डॉक्टर स्टाफ कोविड-19 पॉजिटिव हो तो 10 दिन में 2000 से भी ज्यादा लोग में सिर्फ हॉस्पिटल क्लीनिक के कारण संक्रमण होगा।
३ इतने लोगों को संक्रमित करना लोग डाउन के उद्देश्य विपरीत हैं।
४ बहुत सारे मरीज छोटी मोटी बीमारी के कारण से क्लीनिक में भीड़ लगा देते हैं। इन बीमारियों से कोई नहीं मरे पर कोविड-19 से जान जा सकती है।
५ आता पॉलीटिकल पार्टी मीडिया कर्मी बंधु एवं राजनेताओं से निवेदन है कि प्राइवेट डॉक्टर के खिलाफ भ्रम नहीं फैलाएं।
६ डॉक्टर एक जिम्मेदार वर्ग है वह बापू भी अपनी सोशल रिस्पांसिबिलिटीज समझती है। उसे सोसाइटी की सेहत की फिक्र है। इस मुश्किल वक्त में इमरजेंसी ड्यूटी नहीं बंद किया है। बस रूटीन ओपीडी बंद किया है।
क्या यह सही कदम है कि नहीं आप ही बताएं??
कोरोना हारेगा हम जीतेंगे।
घर पर रहिए सुरक्षित रहिए सोशल दूरी बनाए रखिए।
मुश्किल के वक्त समझदारी से काम लें।
कलाम द ग्रेट न्यूज़ से
वरिष्ठ पत्रकार ज्ञान प्रकाश दुबे, की कलम से लेखनी और इस माहवारी में के दौर में रखें बचाव ,
घर में रहें सुरक्षित रहें।