आइजीआरएस के निस्तारण में अधिकारी कर रहे हैं खेल...

 कलाम द ग्रेट न्यूज। ब्यूरो चीफ ज्ञान प्रकाश दूबे।

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*आईजीआरएस के निस्तारण में अधिकारी कर रहे खेल*

बस्ती 29 अगस्त "

 मुख्यमंत्री योगी की महत्वाकांक्षा योजना जिसके द्वारा आम लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान हो उसको संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा अपनी रैकिंग बढ़ाने चक्कर में किस तरह पलीता लगाया जा रहा है उसका एक उदाहरण  जो विद्युत विभाग से संबंधित है और आवेदन कर्ता बस्ती के नगर बाजार क्षेत्र  का  है....

 शिकायतकर्ता ने आवेदन संख्या40018522021638 दिनांक 14-08-22 के माध्यम से  आंधी में पेड़ गिरने से टूट गए पोल जिसे बाद में विभाग द्वारा लगा दिया गया लेकिन उसे पर तार नहीं डाला गया उस पर केबल लगाने और  जर्जर तारों को बदलवाने के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया था |

 इसके संबंध में तत्कालीन विद्युत अभियंता ज्ञान प्रकाश नें प्रार्थना पत्र को 13-09-22 को रिवैम्ब स्कीम में डालते हुए प्राथमिकता के आधार पर करवाने का जवाब देकर मामले को निस्तारित कर दिया |

 1 वर्ष बीत जाने के बाद जब उस पर कोई कार्य नहीं हुआ तो  आवेदन करता ने  पुनः आवेदन संख्या 40018523020582 दिनांक.17-07-23  के माध्यम से खम्भो पर केबल तार लगवाने तथा जर्जर तारों को बदलवाने के संबंध में  आवेदन दिया |

मौजूदा बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा बगैर आवेदन का अवलोकन किये, यह लिखकर  की आवेदन करता ने पोल की डिमांड किया है, और उसे आर डी एस एस योजना में डालते हुए प्रकरण को निक्षेपित कर दिया | जबकि आवेदन कर्ता ने जर्जर तार को बदलवाने तथा खाली पड़े पोल पर केवल तार डलवाने की मांग किया था |

 यह तो केवल उदाहरण मात्र है यदि सही से पता किया जाए तो अधिकांश आइजीआरएस पोर्टल पर किए गए आवेदन की स्थिति यही मिलेगी |

मंडलायुक्त तथा जिलाधिकारी महोदय द्वारा आईजीआरएस के प्रकरण को गुणवत्तापूर्ण  ढंग से निपटने के लिए निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए जाते हैं परंतु अधिकारियों द्वारा गोल माल जवाब देकर सरकार की छवि खराब की जा रही है |